श्रीकृष्ण की प्रेरणा से वेदांत दर्शन के संस्थापक महर्षि वेदव्यास के बाद उनके पुत्र शुकदेव ने संन्यासियों की परंपरा शुरू की थी। पहले सभी संन्यासी वनवासी और हिमालय में ही रहते थे। इसके अलावा उनके सप्तपुरी में नदी किनारा आश्रम होते थे, जहां आसपास जंगल ...
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