फीता काटकर परिसर का उद्घाटन किया : एक बयान के मुताबिक परिसर में विभिन्न सांस्कृतिक झांकियों के बीच मुख्यमंत्री ने फीता काटकर परिसर का उद्घाटन किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने हॉल में मौजूद कलाकृतियों के विषय में भी जानकारी प्राप्त की, जबकि थ्रीडी के माध्यम से कला कुंभ से संबंधित वीडियो भी देखे। यहां से मुख्यमंत्री सीधे प्रदर्शनी हॉल में पहुंचे, जहां उन्होंने सजाई गई अनूठी कलाकृतियों, विभिन्न मंदिरों की प्रतिकृति और प्रदर्शनी को सराहा। उन्होंने कला कुंभ को कुंभ के विकास का प्रामाणिक दस्तावेज करार दिया। इस दौरान प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम ने उन्हें स्मृति चिह्न भी भेंट किए।ALSO READ: कुंभ में योगी आदित्यनाथ को याद आया बचपन, आकाशवाणी पर सुनते थे रामचरितमानस
अभिलेखों की अनूठी प्रदर्शनी : कला कुंभ में उत्तरप्रदेश की कला, संस्कृति, पुरातत्व के साथ ही कुंभ आयोजनों से संबंधित अभिलेखों की अनूठी प्रदर्शनी लगाई गई। मेला क्षेत्र में लगभग 5 एकड़ क्षेत्रफल में लगे कलाकुंभ में प्रदर्शनी स्थल के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मंच भी सजाया गया है।ALSO READ: निशानेबाज योगी! सटीक निशाना साधकर मुख्यमंत्री ने लोगों को चौंकाया
अनुकृति और प्रतिकृति प्रदर्शित : प्रदर्शनी गैलरी में भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय की यात्रा, उत्तरप्रदेश के स्मारक, पुरातत्व विभाग के संरक्षित स्मारक, पांडुलिपि और स्मृतियों से संबंधित चित्र, अनुकृति और प्रतिकृति प्रदर्शित किए गए हैं। प्रदर्शनी में उत्तरप्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को पुरातात्विक और अभिलेखीय साक्ष्यों के साथ प्रदर्शित किया गया है। कुंभ के आयोजनों, पौराणिक और ऐतिहासिक ग्रंथों में इससे संबंधित उल्लेख समेत सभी तरह के दस्तावेज, चित्र, लिखित सामग्री और जानकारियों की अनुकृति यहां प्रदर्शित है।ALSO READ: हनुमान जी राजभर जाति में पैदा हुए थे, योगी के मंत्री राजभर का दावा
कला कुंभ में सबसे अनूठी प्रदर्शनी है महाकुंभ के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य पर आधारित दस्तावेजों की प्रदर्शनी। प्रदर्शनी के 8वें खंड में 'महाकुंभ का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य' नाम से लगाई गई प्रदर्शनी में 1866 से 1954 तक प्रयागराज में आयोजित सभी कुंभ से संबंधित प्रशासनिक अंतर्दृष्टि को सरकारी पत्रों, अभिलेखों और दस्तावेजों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है। इस खंड में रिपोर्ट, पत्र, प्रशासनिक आदेश आदि शामिल हैं। इस खंड में कुंभ से जुड़ी पिछले 150 वर्षों की जानकारियों को प्रदर्शित किया गया है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta